नेल पोलिश नाम है एक सस्पेंस थ्रिलर बॉलीवुड फिल्म जो रिलीज़ हो रही है 1 जनवरी 2021 को | फिल्म का निर्देशन किया है बग्स भार्गव कृष्णा ने जिन्होंने इस फिल्म का लेखन का कार्य भी संभाला है|
फिल्म में मुख्य भूमिकाएं निभा रहे है अर्जुन रामपाल, मधु, आनंद तिवारी, रजित कपूर, पूनम शेंडे एवं मानव कौल ने |
वीर सिंह (मानव कौल) एक पूर्व सेना अधिकारी हैं, जिन्होंने जासूस के रूप में काम किया था। सेवानिवृत्ति के बाद वह बच्चों के साथ स्कूल में काम करके एक प्रतिष्ठित जीवन जारी रखते है| सब सही चल रहा होता है लेकिन एक दिन पुलिस वीर सिंह को यौन उत्पीड़न और बच्चों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लेती है|
वीर सिंह को बचने के लिए वकील जय सिंह (अर्जुन रामपाल) को नियुक्त किया जाता है और सरकारी वकील के रूप में उनके विपक्ष में खड़े होते है आनंद तिवारी| जज की भूमिका निभा रहे है रजित कपूर और मधु उनकी पत्नी के रूप में दिखाई देती है|
इसके बाद शुरु होता है एक कोर्ट रूम ड्रामा जिसमे न्याय के लिए कहानी बड़े विचित्र तरीके से आगे बढ़ती है| पुलिस के पास सबूते पूरे है या नहीं और ऐसे में बचाव पक्ष के वकील को क्या-क्या फायदे मिल सकते है| अभियोजन पक्ष के वकील के पास क्या सबूत है और किस तरह से वो अपराधी को कानून के सामने पेश करता है ये सब देखने लायक है |
बग्स भार्गव कृष्णा ने फिल्म नेल पोलिश का लेखन और निर्देशन का काम संभाला है और इस फिल्म को एक सरल थ्रिलर के रूप में बना कर अदालत की कहानी में बदल दिया है| निर्देशक का काम अच्छा है और फिल्म में नए-नए मोड़ लाने में वो सफल रहे है|
फिल्म की शुरुआत बहुत सधे हुए तरीके से होती है और पटकथा को बहुत सुंदरता से लिखा और दर्शाया जाता है| फिल्म की लेखक और निर्देशक ने इस बाद का ख्याल रखा है की दर्शको को पूर्वानुमान लगाने का मौका ही न मिले| हालांकि दर्शक पूर्वानुमान लगाते रहते है लेकिन अपने अनुमानों में अधिकतर लोग सफल नहीं हो पाते है और यही इस फिल्म की खासियत है| नेल पोलिश में सस्पेंस और थ्रिल का तड़का आपको फिल्म के अंत तक देखने को मिलता रहेगा| निर्देशक बग्स भार्गव कृष्णा का ने बात का बखूबी ध्यान रखा है की दर्शक फिल्म के सस्पेंस को न जान सके और वो इसमें काफी हद तक कामयाब भी रहे है।
फिल्म में चार मुख्य किरदार हैं, लेकिन सबसे चुनौतीपूर्ण रोल मानव कौल को दिया गया है। वीर सिंह के करैक्टर में मानव कौल की तूफ़ान की तरह काम करते है जो जब तक रहता है अपनी तरफ से ध्यान हटने नहीं देता| पूरी फिल्म उन्ही पर केंद्रित है और उन पर ही सभी आरोप लगाए जाते है|
मानव कौल ने बढ़िया काम किया है| हालांकि यह उनका सर्वश्रष्ठ प्रदर्शन नहीं कहा जा सकता लेकिन उनकी उपस्थिति फिल्म में हर पल महसूस की जा सकती है| मानव की अपनी एक अभिनय शैली है जिसे वह बड़े सलीके से परदे पर उतारते है|
फिल्म में अर्जुन रामपाल का काम शानदार है और साथ ही साथ उनकी साथी वकील आनंद तिवारी ने भी शानदार काम किया है| फिल्म के सभी कलाकार अपने निर्देशक के पदचिन्हो पर चलते हुए बढ़िया काम करते है और फिल्म की गति को बिना रुके आगे बढ़ाते जाते है|
फिल्म में हालांकि एक समय पर सब कुछ स्पष्ट हो जाता है और ऐसी कहानियां हमने सैकड़ो बार पहले भी देखी है| नेल पोलिश को जो अलग बनती है वो है निर्देशक की कल्पनाशक्ति जो दर्शको से मनोवैज्ञानिक तौर पर खेलती है|
फिल्म पहले हाफ में बहुत तेज गति से भागती है लेकिन दुसरे हाफ में फिल्म देखकर लगभग सब कुछ समझ आने लगता है हालांकि निर्देशक ने पूरी कोशिश की है की फिल्म का सस्पेंस अंत तक बना रहे फिर भी फिल्म उम्मीदों के मुताबिक ही आगे बढ़ती है| हालंकि मेरी राय बहुत से लोगो से अलग हो सकती है क्योंकि हर किसी का फिल्म देखने का अपना नजरिया होता है|
फिल्म में कुछ अनावश्यक सीन भी है जिसे काट कर फिल्म की गति को और बढ़ाया जा सकता था| ऐसा लगता है की रजित कपूर के रोल को थोड़ा और बेहतरीन किया जा सकता था|
इन सब बातों के चलते मैं यही कहूंगा की नेल पोलिश एक बढ़िया फिल्म है और अगर आप कोर्ट रूम ड्रामा देखना पसंद करते है तो ये वाकई आपके लिए है| एक बार इस नेल पोलिश को लगा कर जरूर देखें|
फिल्म को फ़िलहाल IMDB पर 10 में से 6 की रेटिंग दी गयी है (8 लोगो द्वारा)जो समय के साथ साथ थोड़ी और कम या थोड़ी ज्यादा हो सकती है लेकिन बॉलीवुड प्रोडक्ट की और से इस फिल्म को 10 में से 6.5 रेटिंग दी जा रही है | जाइये और ज़ी5 पर इस फिल्म का आनंद लीजिये|